प्लेटलेट्स (रक्त कणिकाएं) कम होने की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। यह स्थिति डेंगू, मलेरिया, वायरल संक्रमण या अन्य बीमारियों के कारण हो सकती है। प्लेटलेट्स कम होने पर सही आहार का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें इस समय पर खाने से बचना चाहिए, क्योंकि वे प्लेटलेट काउंट को और कम कर सकती हैं या रिकवरी में बाधा डाल सकती हैं।
प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए:
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मसालेदार और तला-भुना खाना
- ये खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं और शरीर की रिकवरी प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।
- मसाले पेट में जलन और सूजन बढ़ा सकते हैं।
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जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड
- इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है और ये प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में कोई मदद नहीं करते।
- अधिक नमक और प्रिजर्वेटिव्स से शरीर को नुकसान हो सकता है।
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मादक पदार्थ (अल्कोहल)
- अल्कोहल प्लेटलेट उत्पादन को धीमा करता है और यकृत (लीवर) को नुकसान पहुंचा सकता है।
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कैफीन युक्त पेय (चाय, कॉफी)
- अधिक कैफीन शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ा सकता है, जिससे प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है।
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रक्त को पतला करने वाले खाद्य पदार्थ
- लहसुन, अदरक, मछली का तेल, और अन्य रक्त पतला करने वाले खाद्य पदार्थ प्लेटलेट्स की कमी में समस्या पैदा कर सकते हैं।
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खट्टे और अत्यधिक अम्लीय फल
- अत्यधिक अम्लीय फल, जैसे संतरा, नींबू, और अन्य, पेट की एसिडिटी बढ़ा सकते हैं, जिससे शरीर की रिकवरी प्रभावित हो सकती है।
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प्रोसेस्ड शुगर और मिठाइयां
- ये इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं और प्लेटलेट उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं।
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रेड मीट और अधिक वसा वाला खाना
- ये शरीर में सूजन और पाचन समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें:
- प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीते के पत्ते का रस, अनार, गिलोय, गाजर, और चुकंदर का सेवन करें।
- संतुलित आहार लें जिसमें विटामिन B12, विटामिन K, और आयरन भरपूर मात्रा में हो।
- डॉक्टर की सलाह से कोई भी आहार परिवर्तन करें।
स्वस्थ रहने के लिए साफ-सफाई और हाइड्रेशन का भी पूरा ध्यान रखें।