सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए

 प्लेटलेट्स (रक्त कणिकाएं) कम होने की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। यह स्थिति डेंगू, मलेरिया, वायरल संक्रमण या अन्य बीमारियों के कारण हो सकती है। प्लेटलेट्स कम होने पर सही आहार का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें इस समय पर खाने से बचना चाहिए, क्योंकि वे प्लेटलेट काउंट को और कम कर सकती हैं या रिकवरी में बाधा डाल सकती हैं।


प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए:

  1. मसालेदार और तला-भुना खाना

    • ये खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं और शरीर की रिकवरी प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।
    • मसाले पेट में जलन और सूजन बढ़ा सकते हैं।
  2. जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड

    • इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है और ये प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में कोई मदद नहीं करते।
    • अधिक नमक और प्रिजर्वेटिव्स से शरीर को नुकसान हो सकता है।
  3. मादक पदार्थ (अल्कोहल)

    • अल्कोहल प्लेटलेट उत्पादन को धीमा करता है और यकृत (लीवर) को नुकसान पहुंचा सकता है।
  4. कैफीन युक्त पेय (चाय, कॉफी)

    • अधिक कैफीन शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ा सकता है, जिससे प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है।
  5. रक्त को पतला करने वाले खाद्य पदार्थ

    • लहसुन, अदरक, मछली का तेल, और अन्य रक्त पतला करने वाले खाद्य पदार्थ प्लेटलेट्स की कमी में समस्या पैदा कर सकते हैं।
  6. खट्टे और अत्यधिक अम्लीय फल

    • अत्यधिक अम्लीय फल, जैसे संतरा, नींबू, और अन्य, पेट की एसिडिटी बढ़ा सकते हैं, जिससे शरीर की रिकवरी प्रभावित हो सकती है।
  7. प्रोसेस्ड शुगर और मिठाइयां

    • ये इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं और प्लेटलेट उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं।
  8. रेड मीट और अधिक वसा वाला खाना

    • ये शरीर में सूजन और पाचन समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

ध्यान देने योग्य बातें:

  • प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीते के पत्ते का रस, अनार, गिलोय, गाजर, और चुकंदर का सेवन करें।
  • संतुलित आहार लें जिसमें विटामिन B12, विटामिन K, और आयरन भरपूर मात्रा में हो।
  • डॉक्टर की सलाह से कोई भी आहार परिवर्तन करें।

स्वस्थ रहने के लिए साफ-सफाई और हाइड्रेशन का भी पूरा ध्यान रखें।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"सर्व संभाव्यते त्वयि: एक मंत्र जो आपके अंदर की पोषणा दर्शाता है" . सर्व संभव्यते त्वयि मंत्र का अर्थ sarv sambhavyate twayi mantra meaning in hindi

"सर्व संभाव्यते त्वयि:" मंत्र का अर्थ हिंदी में  Sarv sambhavyate twayi  mantra meaning in hindi "सर्व संभाव्यते त्वयि" वाक्यांश का अर्थ होता है "तुम में सभी संभाव्यताएं हैं" या "तुम में सभी पर्याप्तताएं मौजूद हैं"। इस वाक्यांश में "सर्व संभाव्यते" शब्द संज्ञानात्मक रूप से प्रयुक्त होता है जो सभी संभावनाएं या पर्याप्तताएं दर्शाता है। "त्वयि" शब्द का अर्थ होता है "तुम में" या "तुझमें"। इस वाक्यांश के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है कि यह किसी व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं जिसमें सभी संभावनाएं या पर्याप्तताएं मौजूद होती हैं।  "सर्व संभाव्यते त्वयि: एक मंत्र जो आपके अंदर की पोषणा दर्शाता है" प्रस्तावना: मनुष्य की प्रकृति अद्वितीय है। हमारे अंदर असीमित संभावनाएं छिपी होती हैं जो हमें अपार सामर्थ्य और पोषण प्रदान करती हैं। इस ब्लॉग में हम एक मंत्र "सर्व संभाव्यते त्वयि" के विषय में चर्चा करेंगे, जो हमारे अंदर की पोषणा को जागृत करने का एक माध्यम हो सकता है। मंत्र का अर्थ व्याख्यान: ...

शिव चालीसा ( shiv chalisa)

शिव चालीसा ( shiv  chalisa )  शिव चालीसा: भगवान शिव की महिमा और महत्व हिंदू धर्म के पावन देवता भगवान शिव को समर्पित 'शिव चालीसा' हिंदू समुदाय में विशेष आदर और महत्व रखती है। यह चालीसा भगवान शिव की उत्कृष्टता, सद्गुण, और दिव्य गुणों का संक्षेपण करती है। इस लेख में, हम 'शिव चालीसा' के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे और इसके महत्व को समझने का प्रयास करेंगे।                || दोहा ||  जय गणेश गिरिजा सुवन , मंगल मूल सुजान |  कहत अयोध्यादास तुम , देहु अभय वरदान ||  || चौपाई ||  जय गिरिजा पति  दीन दयाला |  सदा करात संतान प्रतिपाला ||  भाल चन्द्रमा सोहत नीके |  कानन कुण्डल  नागफनी के ||  अंग और शिर गंग  बहाये |  मुण्डमाल तन क्षार लगाए ||  वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे |  छवि को देखि नाग मन मोहे ||  मैना मातु की हवे दुलारी |  बाम अंग सोहत छवि न्यारी ||  कर त्रिशूल सोहत स छवि भरी |   करात सदा शत्रुन क्षयकारी ||  नंदी गणेश सोहै तहँ कैसे |  सागर मध्य कम...

श्री गणेश अथर्वशीर्ष: गणेश अथर्वशीर्ष की महिमा और महत्व Importance of Ganesh Atharvashirsh and meaning

श्री गणेश अथर्वशीर्ष: गणेश अथर्वशीर्ष  की महिमा और महत्व Ganapati atharvshirsh in hindi, Ganesh atharvashirsh , importance of ganesh atharvashirsh , ganpati atharvashirsham Meaning of ganesh atharvshirsh परिचय : भारतीय संस्कृति में देवताओं की उपासना और प्रार्थना विशेष महत्व रखती है। यहां देवताओं की बहुत सारी प्रार्थनाओं और मंत्रों के बीच श्री गणेश अथर्वशीर्ष एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। गणेश अथर्वशीर्ष गणेश भगवान की महिमा और गुणों का विस्तृत वर्णन करता है। यह प्राचीन पाठ गणपति उपासना का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह पाठ उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने और उनकी कृपा को प्राप्त करने का एक मार्ग प्रदान करता है। गणेश अथर्वशीर्ष का अर्थ और महत्व: गणेश अथर्वशीर्ष का नाम दो भागों से मिलकर बना है - 'गणेश' और 'अथर्वशीर्ष'। यह नाम विद्यमान पाठ की प्राचीनता और महत्व को दर्शाता है। 'गणेश' शब्द का अर्थ होता है 'विघ्नहर्ता' और 'अथर्वशीर्ष' शब्द का अर्थ होता है 'अत्यंत महत्त्वपूर्ण वचन'। इस प्रकार, गणेश अथर्वशीर्ष गणेश भगवान के महत्वपूर्ण वचनों का संग्...